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डायरिया और दस्त रोकने के उपाय

डायरिया (दस्त)

विश्व स्वास्थ संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार, डायरिया 5 वर्ष से कम आयु वाले बच्चो में दूसरी सबसे बढ़ी बीमारी है जो उनकी मृत्यु का कारण बनती है। वर्ष 2019 में डायरिया के कारण हमने विश्वभर में तीन लाख सत्तर हजार 5 वर्ष से कम आयु वाले बच्चो को डायरिया के कारण खोया है। डायरिया हमारे शरीर से द्रव (फ्लूइड) को बहार निकाल देता है, डायरिया हमारे शरीर में द्रव या फ्लूइड को टिकने नहीं देता जिस कारण शरीर में डिहाइड्रेशन हो जाता है। दस्त का बार-बार आना ही डायरिया है। पतली टट्टी का आना ही दस्त है, जीवन में हर व्यक्ति को कई बार दस्त या डायरिया के समस्या होती है। डायरिया या दस्त सबसे अधिक 5 वर्ष से कम आयु वाले बच्चो में या अत्यधिक बुजुर्ग लोगो में पाया जाता है।  डायरिया के कारण मृत्यु भी हो सकती है, इसलिए इसे उसी गंभीरता से लेने की जरुरत है जिस गंभीरता से हम किसी अन्य जानलेवा बीमारी को लेते है।


दस्त या डायरिया क्या है?

लोग अक्सर डायरिया और दस्त को एक दूसरे के पर्यावाची मान लेते है। हालांकि दस्त और डायरिया दोनों में पतली टट्टी ही आती है, जब किसी व्यक्ति को पतली टट्टी आती है तो उसे दस्त कहते है, यदि उसी व्यक्ति को दिन में 3 बार से अधिक बार दस्त होते है तो इस स्थिति को डायरिया कहते है।

डायरिया तब होता है जब व्यक्ति की आंते ठीक तरह से काम नहीं करती और बड़ी आंत से मल जल्दी बाहर निकल जाता है, जिस कारण डायरिया या दस्त की समस्या होती है। डायरिया में हमारी टट्टी पतली पानी की तरह हो जाती है। डायरिया या दस्त सामान्यतः 2 से 3 दिन तक किसी भी व्यक्ति के साथ बने रहते है, लेकिन यदि यह इस सामान्य अवधी से अधिक समय तक रहे तो यह एक चिंता का विषय बन जाता है। डायरिया मुख्यतः तीन प्रकार के होते है, जो की उनकी अलग-अलग प्रवर्ति पर आधारित होते है।  डायरिया के तीन प्रकार निम्नलिखित है-


एक्यूट डायरिया: यह डायरिया पानी की तरह पतला होता है और यह सबसे अधिक लोगो में पाया जाता है। यह डायरिया लग-भग दो दिन तक व्यक्ति के साथ बना रहता है। खान-पान में सामान्य बदलाव करने से यह डायरिया ठीक हो जाता है।


खुनी डायरिया: इस डायरिया को पेचिस भी कहते है, यह खुनी डायरिया इन्फेक्शन के कारण होता है। यह इन्फेक्शन आंतो को बुरी तरह प्रभावित करता है, जिस कारण मल से चिपचिपा पदार्थ और खून निकलता है।


क्रोनिक डायरिया: डायरिया का यह प्रकार लम्बे समय तक बना रहता है। यह डायरिया 14 दिन या अधिक समय तक व्यक्ति के साथ बना रहता है।


डायरिया के क्या लक्षण है?

डायरिया से ग्रसित व्यक्ति निम्नलिखित लक्षण महसूस करता है:

  • दिन में 3 बार से अधिक दस्त लगना
  • टट्टी की फ्रीक्वेंसी में अनिरंतरता
  • मूत्र कम और गाढ़ा आना
  • पेट में दर्द
  • खुनी टट्टी
  • डिहाइड्रेशन
  • नौसिया और उलटी की अनुभूति
  • सूखा या शुष्क जुबान
  • प्यास अधिक लगना


डायरिया होने के क्या कारण है?

डायरिया या दस्त कई कारणों से हो सकता है लेकिन उनके कुछ मुख्य लक्षण निम्नलिखित है-

  • वायरस इन्फेक्शन
  • बैक्टीरिया के द्वारा दस्त या डायरिया
  • खराब भोजन
  • चिंता और एंग्जायटी
  • आंतो में जलन और इन्फेक्शन
  • किसी अन्य बीमारी की दवा चल रही हो
  • हाइजीन में कमी
  • शराब का अत्यधिक सेवन
  • अस्वस्थ भोजन का सेवन
  • डायबिटीज या मधुमेह से ग्रसित हो
  • कब्ज़ की दवा चल रही हो
  • फ़ूड पोइशनिंग


डायरिया से क्या समस्याएं हो सकती है?

डायरिया से बहुत सी समस्याएं हो सकती है, जिनमे से निम्नलिखित मुख्य कारण है-

  • डिहाइड्रेशन (डिहाइड्रेशन होने से बच्चो की जान चले जाती है)
  • बुखार
  • अधिक वजन गिर जाना
  • नौसिआ अथवा उलटी आना
  • हार्ट रेट बढ़ना
  • आंतो का इन्फेक्शन
  • पेट में दर्द उठना


डायरिया या दस्त में क्या करे और क्या न करे?

  • प्रचुर मात्रा में पानी पिए
  • दस्त होते ही तुरंत एक गिलास पानी का सेवन करे
  • सामान्य ताप पर ही पानी पिए, ज्यादा गर्म व ज्यादा ठंडा पानी डायरिया के लिए ठीक नहीं है
  • कैमोमाइल की चाय और नींबू की चाय पिए
  • शराब का सेवन बंद करे
  • सेब का जूस छोड़कर अन्य फलो का जूस पिए
  • तले-भुने भोजन का सेवन बंद करे
  • प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फ़ूड न खाये
  • दही व छाछ के अतिरिक्त अन्य दुग्ध उत्पादों का सेवन न करे
  • जिस भोजन से गैस हो उनका सेवन न करे
  • खिचड़ी और दलया जैसा हल्का भोजन करे
  • केले और सेब के जाम बनाकर खाये


डायरिया और दस्त रोकने के उपाय अथवा होम रेमेडीज:

निम्नलिखित 10 बेस्ट होम रेमेडीज या  घरेलु नुस्खों को अपनाये और डायरिया और दस्त को नियंत्रिण में रखे-


डायरिया और दस्त रोकने के उपाय और पहली होम रेमेडी:


सामग्री: सेब, दालचीनी पाउडर या लकड़ी, इलायची की दो दाने और एक गिलास पानी

स्टेप १: सेब को आधा काटकर उसको अच्छी तरह से छोटे टुकड़ो में काटले

स्टेप २: एक चौथाई चम्मच दालचीनी पाउडर या एक टुकड़ा और 2 इलायची के दाने, सेब के छोटे कटे टुकड़ो के साथ मिलाले

स्टेप ३: सभी उत्पादों को मिलाने के पश्चात उसे 15 – 20 मिनट उबालने के लिए रख दे, कुछ समय पश्चात आपको सेब का सॉस प्राप्त हो जायेगा।

निर्देश: इस सेब सॉस का सेवन दिन में दो से तीन बार करे, सेब हमारी मल की गतिविधियो को ठीक करता है, डायरिया और दस्त को सही करने में यह घरेलु नुस्खा या होम रेमेडी अति-कारगर है।


डायरिया और दस्त रोकने के उपाय और दूसरी होम रेमेडी:


सामग्री: मेथी के दाने, जीरा और एक छोटा कटोरा दही

स्टेप १: मेथी तथा जीरे के बीजो को खाली तवे में भुनले

स्टेप २: इन भुनी हुई मेथी और जीरे के बीजो को अच्छी तरह पीस ले

स्टेप ३: इन उत्पादों को पीसने के पश्चात, जीरे और मेथी के पाउडर का एक एक चम्मच दही में मिला ले

निर्देश: इस मिश्रण का सेवन रोजाना दिन में दो से तीन बार करे, मेथी हमारे शरीर में पाचन शक्ति को दुरुस्त करती है और जीरा हमारी आंतो को इन्फेक्शन से बचाता है और दही मल की गतिविधियों को नियंत्रित करती है।


डायरिया और दस्त रोकने के उपाय और तीसरी होम रेमेडी:


सामग्री: कैमोमाइल चाय, चीनी, नीबू और एक गिलास पानी

स्टेप १: एक गिलास पानी में आधा चम्मच कैमोमाइल चाय और आधा चम्मच चीनी का डाले

स्टेप २: कुछ देर तक पानी को गर्म करे, और उबलने के पश्चात छानकर गिलास में रख ले

स्टेप ३: फिर नीबू को काटकर उसका आधे हिस्से को उस गिलास में अच्छी तरह निचोड़ लीजिये

निर्देश: इस नीबू व कैमोमाइल चाय को रोजाना पिए, यह शरीर को डीहाइड्रेट होने से बचाती है तथा पेट को भी साफ़ रखती है, नीबू इसमें पेट खराब बैक्टीरिया को मरता है।


डायरिया और दस्त रोकने के उपाय और चौथी होम रेमेडी:


सामग्री: नीबू, नमक, चीनी और एक गिलास पानी

स्टेप १: एक गिलास पानी लीजिये और उसमे बराबर मात्रा में नमक व चीनी को अच्छी तरह मिला कर घोल ले।

स्टेप २: पानी में नमक व चीनी को घोलने के पश्चात उसमे आधा नीबू काटकर अच्छी तरह निचोड़ ले।

स्टेप ३: उसे अच्छी तरह कम से कम एक मिनट तक चम्मच से हिलाये।

निर्देश: उसे हिलाने के तुरंत पश्चात पी ले। यह फ्लूइड डायरिया और दस्त को नियंत्रित में काफी कारगर है।


डायरिया और दस्त रोकने के उपाय और पांचवी होम रेमेडी:


सामग्री: केला, नमक और इमली की चटनी

स्टेप १: एक केले को छीलकर उसे अच्छी तरह दबाकर पेस्ट सा बनाले

स्टेप २: फिर उसमे एक या दो चुटकी नमक की और लगभग एक चम्मच इमली की चटनी का डाले

स्टेप ३: इन सभी उत्पादों को अच्छी तरह मिलाले।

निर्देश: केले, इमली और नमक के इस मिश्रण को रोजाना दिन में कम से कम दो बार खाये। केला डायरिया के लिए अति-कारगर खाद्य पदार्थ है।


डायरिया और दस्त रोकने के उपाय और छठी होम रेमेडी:


सामग्री: जीरा, सौप और एक गिलास पानी

स्टेप १: थोड़ा जीरा तथा थोड़ा सौप खाली तवे में भून ले

स्टेप २: जीरे तथा सौप को भुनने के पश्चात उससे अच्छी तरह पीस ले

स्टेप ३: दोनों भुने हुवे उत्पादों के एक एक चम्मच पाउडर लेकर उसे एक गिलास पानी में मिला लीजिये

निर्देश: इस मिश्रण को रोजाना दिन में 2 बार पिए। दस्त तथा डायरिया के लिए यह होम रेमेडी या घरेलु नुस्खा काफी कारगर है। यह पेट में इन्फेक्शन को खत्म करता है और डायरिया उत्पन्न करने वाले बैक्टीरिया का नाश करता है।


डायरिया और दस्त रोकने के उपाय और सातवीं होम रेमेडी:


सामग्री: इलायची, चीनी और पानी

स्टेप १: कुछ इलायची के दाने लेकर उसे कूट ले

स्टेप २: आधा चम्मच चीनी और लगभग दो से तीन कुटी हुई इलायची लेकर पानी में गर्म करने रख दे

स्टेप ३: जब पानी अच्छी तरह उबल जाये तो उसको निकालकर गुनगुना होने दे।

निर्देश: इलायची की इस हर्बल चाय का सेवन रोजाना करे, यह शरीर को डीहाइड्रेट होने से तो बचाती ही है, साथ ही शरीर में संतुलन बनाये रखती है।


डायरिया और दस्त रोकने के उपाय और आठवीं होम रेमेडी:


सामग्री: धनिया का बीज और छाछ

स्टेप १: तीन चम्मच धनिये के बीज को रात भर एक कप पानी में डुबोये रखे।

स्टेप २: सुबह इन बीजो को पीसकर एक मोटा पेस्ट बनाले।

स्टेप ३: इस पुरे मिश्रण को छाछ में अच्छी तरह मिला ले।

निर्देश: रोजाना इस मिश्रण का सेवन करे, यदि आपको बार बार दस्त आ रहे है तो आप इस मिश्रण का सेवन करे, यह दस्त की फ्रीक्वेंसी को कम करता है।


डायरिया और दस्त रोकने के उपाय और नवी होम रेमेडी:


सामग्री: शहद और करी पत्ते

स्टेप १: 15 से 20 करी पत्ते लीजिये और ओखली में पीसले

स्टेप २: करी पत्तो का पेस्ट जरा मोटा पिस्से

स्टेप ३: एक चम्मच शहद लीजिये और उसे इस पीसे हुए करी पत्तो के साथ मिला लीजिये

निर्देश: इस मिश्रण का सेवन रोजाना करे।  यह पेट के लिए काफी मददगार है।


डायरिया और दस्त रोकने के उपाय और दसवीं होम रेमेडी:


सामग्री: दही और केला

स्टेप १: आधा गिलास गाय का शुद्ध दही लीजिये

स्टेप २: एक केले को छीलकर उसे हाथो या चम्मच के साहयता से मीज ले

स्टेप ३: दही और इस मैशड केले को अच्छी तरह दही में मिला लीजिये

निर्देश: आप इस मिश्रण का सेवन रोजाना दिन में कई बार कर सकते है। यह डायरिया तथा दस्त के लिए काफी साहयक है।


दस्त और डायरिया के लिए 5 बेस्ट टिप्स

  • अपने शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए सूप, छाछ और जल का प्रयाप्त सेवन करे
  • हल्का भोजन करे जैसे खिचड़ी, दलया या सूजी का हलवा आदि
  • तल्ला भुना, मशालेदार, पैकेज्ड और प्रोसेस्ड फ़ूड का सेवन बंद करे
  • आनार का जूस पिए और पके हुए केले का सेवन करे
  • अदरक की चाय, कैमोमाइल की चाय, कड़क काली चाय या कॉफ़ी का सेवन करे